संघ गीत
संघ की रण घर घर देने को
भारत माँ के चरण कमल पर
संघ सरिता बह रहगी है
भारत में फी भगवा फिर भगवा ध्वज लहराएगा
जग में संघ बसाऊ
भारत की संताने हम सब हिन्दू है भाई भाई
चरेवैती चरेवैती यही टा मंत्र है अपना
शून्य से शतक तक
एक- एक पग बढते जाये
संघ की रण घर घर देने को
भारत माँ के चरण कमल पर
संघ सरिता बह रहगी है
भारत में फी भगवा फिर भगवा ध्वज लहराएगा
जग में संघ बसाऊ
भारत की संताने हम सब हिन्दू है भाई भाई
चरेवैती चरेवैती यही टा मंत्र है अपना
शून्य से शतक तक
एक- एक पग बढते जाये
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