शारीरिक कार्यक्रम

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रशिक्षण की गतिविधियों में अनेक प्रकार के कार्यक्रमों को शामिल किया गया है वो ऐसे की आरएसएस में विभिन्न कार्यक्रम जिनमें लगता नही है की असल में ये ट्रेंनिंग है या कोई मजेदारखेल यहाँ की गतिविधियों को आप नही आक सकते की ये प्रशिक्षण है क्यों की हर काम आपकों ट्रेंनिग के उद्येश्य से किया जायेगा पर पट ही नही चलेगी की आपकी ट्रेंनिग हो गयी है |

इसलिए इसमे आपकों हसी मजाक भावनत्मक जुडाव हर कार्यक्रम में मिलेगा वो ही असली प्रशिक्षण है दूसरी संस्थओं व्यापारिक व्यावसायिक और आर्थिक लोलुपताओं से लिप्त ट्रेंनिंग और कार्यकर्म मिलेंगे पर आरएसएस में नही मिलेंगे कभी अभी लगता है की आरएसएस संगीत सिखाता है ,पर वो संघ में उस प्रतिभा का प्रगटन कर खुद को योग्य बन लेता है संघ का कार्यकर्त्ता तग्य और स्वाभिमानी बन जाता है | विभिन्न विधाओं का धनी बन जाता है|

ऐसे कार्यक्रमों की एक शृंखलाओं का सामंजस्य है |
 
  • संघ की एक घंटे की शाखा - जिसमे लगभग 45 मिनट क शारीरिक कार्यक्रम शामिल है |
  • खेल विभिन्न प्रकार संसाधन युक्त या पारम्परिक संसाधनों के साथ.|
  • बड़े प्रकार के खेल जिसमे 100 से ज्यादा लोग भी भाग ले सकते है |
  • योग 
  • साहसिक यात्रायें 
  • वन संचार 
  • भ्रमण कार्यक्रम 
  • कम निद्रा का अभ्यास 
  • सीमा दर्शन 
  • दर्शन यात्रा 
  • ग्राम दर्शन 
  • नगर दर्शन 
  • एकत्रीकरण 
  • सामूहिक एकत्रीकरण
  • जिला ,विभाग, प्रान्त एकत्रीकरण
  • शारीरिक वर्ग 
  • विषय: वर्ग 
  • विशेष प्रकार के वर्ग 
  • प्रकट कार्यक्रम 
  • सांघिक कार्यक्रम  
सभी कार्यक्रमों का विस्तृत वर्णन इस प्रकार है | 
शाखा : - सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न तो यह है की संघ की शाकाह है क्या ? तो आपको बता डे की संघ की शाखा एक नित्य प्रतिदिन होने वाले वो कार्यक्रम है जिसमे खेल मनोरंजन और कुछ बौद्धिक कार्यक्रम के माध्यम से गीत सुभाषिक कुछ हिन्दू धर्म पर चर्चा बोध कथा ,प्रेरक प्रसंग ,यात्रा वृतांत इत्यादि बातें शाखा में होती है उसके चलते चलेसंघ्की नित्य प्रतिदिन लगाने वाले कार्यक्रम एके माध्यतम से संगठनात्मक कार्य में परिवर्तित हो जाता है पता ही नही चलत है 


No comments

Theme images by dino4. Powered by Blogger.