राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में पदाधिकारियों का तालमेल कुछ इस तरह नियोजित किया जाता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रतिनिधि सभा की बैठक में दत्तात्रेय होसबोले को नई जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें भैया जी जोशी की जगह पर संघ का सरकार्यवाह बनाया गया है। इससे पहले 2009 से लगातार वह संघ के सह सरकार्यवाह का दायित्व निर्वहन कर रहे थे। आज हम आपको राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूरा सांगठनिक ढांचे के बारे में बताने जा रहे हैं।
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डॉ .मोहनराव भागवत, आरएसएस के सरसंघचालक |
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श्री दत्तात्रेय होसबोले सरकार्यवाह |
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श्री डॉ. कृष्ण गोपाल, सहसरकार्यवाह |
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श्री अरुण कुमार,सहसरकार्यवाह |
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श्री मुकुंद सीआर, सहसरकार्यवाह |
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श्री रामदत्त चक्रधर सहसरकार्यवाह |
वर्तमान में आरएसएस के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत हैं। आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में सरसंघचालक की भूमिका मार्गदर्शक की तरह होती है। आरएएस से जुड़े किसी भी विषय पर इनके निर्णय को ही अंतिम और सर्वमान्य माना जाता है यानी संघ के सांगठनिक ढांचे में यह पद नंबर एक होता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में सरकार्यवाह यानी संघ में नंबर-दो की जिम्मेदारी शनिवार को दत्तात्रेय होसबोले को सौंप दी गई। उन्होंने भैया जी जोशी की जगह ली है। इससे पहले वह सह सरकार्यवाह के पद पर थे। सरकार्यवाह ही संघ से जुड़े व्यावहारिक और सैद्धांतिक विषयों पर फैसले लेता है। आपको बता दें कि संघ में सरकार्यवाह का पद सरसंघचालक के समकालीन ही सांघीक सांगठनिक ढांचा में सम्मान दिया जाता है।
फिर आते हैं सह सरकार्यवाह
संघ में इस समय 5 सह सरकार्यवाह हैं जिनमें
शामिल हैं। संघ की व्यवस्था में सह सरकार्यवाह किसी भी महत्वपूर्ण विषय पर सरकार्यवाह के सहयोगी के तौर पर फैसला लेते हैं और उसको सरसंघचालक तक पहुंचाते हैं। सांगठनिक दृष्टि से सह सरकार्यवाह में राज्यों का बंटवारा किया जाता है और संबंधित राज्य से जुड़े निर्णय से अवगत कराया जाता है।
संघ के कामों का प्रचार करने की जिम्मेदारी इन पर
आरएसएस के कामों का प्रचार करने की जिम्मेदारी अलग-अलग प्रमुखों पर होती है। ये समाज के अलग-अलग वर्ग के लोगों से संपर्क करते हैं और उन्हें संघ के कार्यों और उद्देश्यों से अवगत कराते हैं। वर्तमान में सेवा प्रमुख पराग अभयंकर, सह सेवा प्रमुख राजकुमार मथाले, संपर्क प्रमुख रामलाल, सह संपर्क प्रमुख रमेश पापा, सुनील देशपांडे, प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर और सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र ठाकुर और आलोक कुमार हैं।
शाखा विस्तार की जिम्मेदारी अलग प्रमुखों पर
देश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शाखा विस्तार करने और संघ की गतिविधियों से सरकार्यवाह को अवगत कराने की जिम्मेदारी भी कई प्रमुखों पर होती है। वर्तमान में संघ के बौद्धिक प्रमुख स्वात रंजन, सह बौद्धिक प्रमुख सुनील भाई मेहता, शारीरिक प्रमुख सुनील कुलकर्णी, सह शारीरिक प्रमुख जगदीश प्रसाद, व्यवस्था प्रमुख मंगेश भिंडे और सह व्यवस्था प्रमुख अनिल ओक हैं।
प्रचारकों के बीच तालमेल के लिए भी होते हैं प्रमुख
संघ के प्रचारकों के बीच काम देखने के लिए प्रचारक प्रमुख होते हैं जिसकी वर्तमान में जिम्मेदारी सुरेश चंद्र के पास है जबकि इनकी सहायता के लिए सह प्रचारक प्रमुख होते हैं जिसकी वर्तमान जिम्मेदारी अद्वैत चरण और अरुण जैन के पास है।
कुछ इस तरह की होती है संघ की सांगठनिक संरचना में अन्य संगठनों के जो संघ परिवार के अंतर्गत आते हैं उन्हें भी भिन्न भिन्न प्रकार कि जिम्मेदारी दी जाती है।
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