आरएसएस कि शाखा क्या है? आइए जानते हैं।
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि आरएसएस कि मुख्य धारा शाखा होती हैं तो अब ये शाखा है क्या तो सबसे पहले शाखा जैसा कि प्रतिदिन होने वाला एक औपचारिक नियमित कार्यक्रम है। जिसका औपचारिक रूप से प्रारम्भ और समापन हैं। कार्यक्रम तो बहुत सारे होते हैं किन्तु एक जैसा नहीं आर एस एस कि शाखा औपचारिक भी है और प्रतिदिन एक जैसी ही होती है।
- खेल
- समता परेड़
- गीत
- शारीरिक बौद्धिक कार्यक्रम
- प्रार्थना
वर्तमान में शाखाओं को अलग अलग श्रेणी में बांटा गया है व्यवसायिक, शालेय विद्यार्थी, महाविद्यालयीन विद्यार्थी ये शाखा ही है कि जिसके कारण इतने बड़े विशाल संगठन का अस्तित्व आपके सामने है।
आरएसएस कि शाखा में प्रतिदिन मिलना जुलना होता है गम्भीरता पूर्वक विचार-विमर्श बातें होती हैं जिस कारण आपसी सामंजस्य स्थापित होता है एक आदत का निर्माण होता है जो कि किसी भी कार्य को करने के लिए निश्चित समय का आभास होता है।
जिस तरह से किसी भी व्यक्ति को यदि रोज़ आफिस जानें कि आदतें हैं तों प्रतिक्रिया स्वरूप उसको एक आदत पड़ जाती है जिसे विज्ञान कि भाषा में परिवर्ति क्रिया काम करतीं हैं आपको आपके होने का आभास कराती है।
प्रशिक्षण का केंद्र:- शाखा प्रशिक्षण का केंद्र भी बनती है स्किल्स डेवलपमेंट का केंद्र भी मानी जा सकती है।
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