आरएसएस हिंदुत्व विचारधारा के धार्मिक संगठन जानें पूरा |

धार्मिक संगठन  

२०२५ में संघ की स्थापना हुई और समय  के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस का काम बढता गया जिसके चलते संघ के कार्य को विकेंद्रीकृत करने के लिए भिन्न भिन्न संगठन बने जो हर क्षेत्र में आज के समय अग्रणी है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने विभिन्न क्षेत्रों में कार्य की द्रष्टि से संगठनों का निर्माण किया जिसमें धार्मिक संगठन है जो धर्म और सामाजित कार्य करते है | 


वर्तमान में हम सभी जानते है की विश्वहिंदू परिषद् ने श्री राम जन्मभूमि आन्दोलन में कितनी बड़ी भागीदारी है श्री राम जन्म भूमि सगरे राम मंदिर कानिर्माण हुआ है इसमें विश्व हिंदू परिषद् की बहुत बड़ी  भूमिका है 

विश्व हिंदू परिषद

विश्व हिंदू परिषद (VHP) की स्थापना 29 अगस्त 1964 को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ पर्व पर भारत की संत शक्ति के आशीर्वाद के साथ हुई थी। विहिप का उद्देश्य हिंदू समाज को संगठित करना, हिंदू धर्म की रक्षा करना, और समाज की सेवा करना है। भारत के लाखों गांवों और कस्बों में विहिप को एक मजबूत, प्रभावी, स्थायी, और लगातार बढ़ते हुवे संगठन के रूप में देखा जा रहा है। दुनिया भर में हिंदू गतिविधियों में वृद्धि के साथ, एक मजबूत और आत्मविश्वासी हिंदू संगठन धीरे-धीरे आकार ले रहा है।

स्वास्थ्य-शिक्षा, आत्म-सशक्तिकरण, आदि के क्षेत्रो में 4277 से अधिक सेवा परियोजनाओं के माध्यम से विहिप हिंदू समाज की जड़ो को मजबूत कर रहा है। विश्व हिन्दू परिषद् के बढते चरण

विहिप हिंदू समाज में व्याप्त अस्पृश्यता जैसी सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन के निरंतर प्रयासों के माध्यम से, समाज को विमुक्त, और अंतर्निहित हिंदू एकता को पुनर्जाग्रत करने के लिए समाज का कायाकल्प कर रही है.

विहिप अपने मूल मूल्यों, विश्वासों और पवित्र परंपराओं की रक्षा के लिए श्री रामजन्मभूमि, श्री अमरनाथ यात्रा, श्री रामसेतु, श्री गंगा रक्षा, गौ रक्षा, हिंदू मठ-मंदिर मुद्दा, ईसाई चर्च द्वारा हिंदुओं का धर्मांतरण, इस्लामी आतंकवाद, बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठ ,जैसे मुद्दों को उठाकर हिंदू समाज की अदम्य शक्ति के रूप में स्वयं को स्थापित कर रही है.

बजरंग दल 

बजरंग दल की स्थापना 8 अक्टूबर 1984 को अयोध्या में हुई। ''श्रीराम जानकी रथ यात्रा'' अयोध्या से प्रस्थान के समय सरकार ने उस समय संतो के आह्वान पर विश्व हिंदू परिषद द्वारा वहां उपस्थित युवाओं को सुरक्षा का दायित्व दिया। श्रीराम के कार्य के लिए हनुमान सदा उपस्थित रह रहे हैं। उसी प्रकार आज के युग में श्रीराम के कार्य के लिए यह बजरंगियों की टोली ''बजरंग दल'' के रूप में कार्य है। बजरंगदल का संगठन किसी के विरोध में नहीं बल्कि हिंदुओं को चुनोती देने वाले असामाजिक तत्वों से रक्षा के लिए हुआ। उस समय केवल स्थानीय बच्चों को ही दायित्व दिया गया था जो श्रीराम जन्मभूमि भूमि पूजन में सक्रिय रहे। देश भर के युवा राष्ट्र और धर्म के कार्य के लिए आतुर थे माने वह प्रतीक्षा ही कर रहे थे, जैसे ही अवसर आया संपूर्ण देश की राष्ट्रभक्ति तरूणाई बजरंगदल के रूप में प्रकट हुई।

हिंदू जागरण मंच 

हिंदू जागरण मंच जिसे एचजेएम (अनुवाद: फोरम फॉर हिंदू अवेकनिंग) भी कहा जाता है, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध एक भारतीय हिंदू कार्यकर्ता समूह है। यह धार्मिक रूपांतरण के खिलाफ सक्रियता पर ध्यान केंद्रित करता है और मुसलमानों और ईसाइयों को हिंदू धर्म में वापस लाने के लिए काम करता है। ऐसा कहा जाता है कि इसकी स्थापना 1982 में विनय कटियार ने की थी। यह पहली बार 1998 में गुजरात के डांग जिले के आदिवासी इलाकों में अपनी सक्रियता और धार्मिक हिंसा के लिए लोगों के ध्यान में आया।  

हिंदू जागरण वैदिके 

धर्म जागरण समिति 

गैर-हिंदुओं को हिंदू धर्म में परिवर्तित करने के लिए संगठन और उनकी समन्वय समिति "धर्म जागरण समन्वय समिति" 

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