
संघ के प्रमुख सरसंघचालक
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख छः सरसंघचालक हुए है जिनका परिचय आपसे करवाने जा रहे है संघ की स्थापना सन 1925 डॉ हेडगेवार ने की थी उस समय वो सरसंघचालक नही थे संघ के प्रथम और पहले सरसंघचालक श्री केशव बलिराम हेडगेवार ही सन 1926 में सरसंघचालक बनें.
सरसंघचालक कार्यकाल
क्र. |
सरसंघचालक |
कार्यकाल |
1. |
डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार |
1925-1940 |
2. |
माधवराव सदाशिव राव गोलवलकर "गुरूजी" |
1940-1973 |
3. |
मधुकर राव दत्तात्रेय देवरस "बालासाहब" |
1973-1993 |
4. |
प्रोफ़ेसर राजेंद्र सिंह "रज्जू भैया" |
1993-2000 |
5. |
कुप्पहल्ली सीतारमैया सुदर्शन |
2000-2009 |
7. |
डॉ मोहनराव भागवत |
2009- |
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में प्रमुख दायित्व होता है सरसंघचालक यह दायित्व 1925 से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अस्तित्व के साथ आया जब से जो व्यक्तित्व सरसंघचालक बनें इस प्रकार है। शुरुआत में इस प्रकार का कोई दायित्व ही था किन्तु सन 1926 में सरसंघचालक नाम आया याने संघ को चलाने वाले सरसंघचालक उस समय ऐसा कुछ विशेष कर संघ क शाखाओं में सरसंघचालक की ओपचारिकता पूर्ण संघ का कार्य किया जाता था जिसमे विशेष शाखाओं में प्रोटोकाल प्रारंभ हो गया था जैसा की अब बहुत कुछ बदल गया जो की वर्तमान संघ की स्थिति और सुरक्षा के वजह से एक विशेष सुरक्षा और सुविधाए हो गयी है |
सरसंघचालक संघ के प्रमुख मुद्दों पर भी अपना मत रखते है इसका सीधा असर वर्तमान समय में देखने को मिलता है | संघ के सरसंघचालक जितना प्रवास करते ही शायद ही कोई करता होगा अलग अलग प्रान्त और क्षेत्रों में सरसंघचालक का प्रवास अनवरत चलता है कभी नही होता की सरसंघचालक आज फ्री है या छुट्टी पर है या पर कही दो चार पांच दिन आराम पर है | निरंतर कार्य में लगे रहते है |
प्रमुख सरसंघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को बीज से वृक्ष बनाने में वाले संघ के संघ नीव में विसर्जित पुष्प
Post a Comment