धर्म जागरण समिति हिन्दू जागरण संगठन "संघ परिवार"












धर्म जागरण समिति एक ऐसा संगठन है जो मुसलमानों और ईसाइयों द्वारा सनातन हिंदू धर्म को मानने वाले वनवासी जनजातीय हिन्दू समाज में पिछड़े लोगों को धन और नौकरी पेशा का लालच देकर उनका मतान्तरित किया जाता है और उन्हें बड़े पैमाने पर मुसलमानों और चर्च द्वारा उन्हें बहला-फुसला कर उन्हें फिजूल के तर्क संगत बात करके उन्हें चर्च और मुल्ला-मोलवी द्वारा बहकाया जाता है.फिर उनका धर्म परिवर्तित कराया जात है ऐसे जो हमारे भाई बंधू जो भटक गये उन्हें फिर से हिन्दू  धर्म में घर वापसी कराई जाती है फिर से वो अपने मूल जीवन पद्दति लौट आते है ऐसा काम धर्म जागरण समिति द्वारा देश भर में किया जाता है| ये कोई धर्म परिवर्तन का काम नही है हमारे बंधू बांधवों को सिर्फ हमारे घर ला रहे है |इस कार्य को करने के लिए एक संगठन बनाया गया है जिसकी एक समन्वय समिति है जिसे "धर्म जागरण समन्वय समिति" कहा जाता है। जिससे की हमारे जनजाति बन्धुओं के साथ मतान्तरण का विश्वासघाती खेल खेला जाता है | इस हमारे जनजाति बंधू अपने वास्तविक मूल रूप को भूल रहे है और ये जनजाति समाज के लिए घातक सिद्ध हो सकता है और भारतीय जनजाति समाज सामाजिक कुरूतियों की जाल में फस सकता है | चूँकि जनजाति समाज अपनी सनातन परम्परा और मानबिंदुओं भूल न जाएँ इसलियें धर्म जागरण समिति सामाजिक जनजागरण कर धर्म के मूल प्रभाव को बनाये रखने के लियें धर्म जगराम समिति निरन्तर कार्य रत है |

धर्म जागरण समिति को संघ परिवार समूह का सदस्य माना जाता है, जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेतृत्व वाले हिंदू राष्ट्रवादी संगठनों के लिए एक व्यापक शब्द है। धर्म जागरण समिति का लक्ष्य उन लोगों को हिंदू धर्म में वापस लाना है जिन्होंने तलवार के डर से धर्म परिवर्तन कर लिया था और उन ईसाई मिशनरियों का भी विरोध करते हैं जो दलित हिंदुओं को विभिन्न प्रलोभन देकर ईसाई धर्म में परिवर्तित करते हैं। 

इसलिए यह एक धार्मिक कार्य है और सनातन धर्मं की रक्षा का काम करता है | धर्म जागरण समिति लव जिहाद और अन्य हिन्दू धर्म विरोधी जो भी कार्य चल रहा है उसको समाज के सामने लाना और उनकी स्थितियों से परिचय करवाना हिन्दू समाज को जागृत करने का काम किया जाता है |

इस प्रकार धर्म जागरण समिति इस कार्य को करती है |

जो समाज हित और देश हित में कार्य करता है |


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