राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तीन दिवसीय केंद्रीय टोली बैठक में चर्चा गत मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा हुई .
अगले वर्ष 2025 में संघ स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने पर किए जाने वाले कार्यों पर भी मंथन हुआ। उल्लेखनीय है कि संघ की टोली बैठक समय-समय पर देश के अलग-अलग प्रांतों में होती है। इसमें अखिल भारतीय स्तर के पदाधिकारी ही शामिल होते हैं। इस बार यह बैठक उज्जैन में हुई।
सरसंघचालक पूज्यनीय डॉ. मोहनराव जी भागवत के अलावा सरकार्यवाह दत्तात्रेय जी होसबोले, सह सरकार्यवाह अरुण कुमार जी ,सह सरकार्यवाह मनमोहन जी वैद्य, सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल जी , सह सरकार्यवाह रामदत्त जी चक्रधर, सह सरकार्यवाह श्री मुकुंद जी, अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य और निवृतमान सर कार्यवाह भैयाजी जोशी, अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य और निवर्तमान सह सरकार्यवाह सुरेश जी सोनी भी बैठक में शामिल हुए।
सामाजिक समरसता
इसके तहत हर चिह्नित बस्ती में एक सामान्य वर्ग के परिवार द्वारा पिछड़े वर्ग के पांच परिवारों से मेलजोल बढ़ाने और साथ भोजन आदि करने जैसे गतिविधियों को गति देने पर चर्चा हुई।
कुटुंब प्रबोधन
सामाजिक विकास को दूर करने के लिए कुटुंब प्रबोधन की गतिविधियों को बढ़ाने का निर्णय हुआ। एक परिवार हफ्ते में एक दिन भोजन, भ्रमण और भजन साथ में करें। घर में चर्चा के लिए गृह सभा का आयोजन हो।
गोसेवा
गाय से जुड़े उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए परियोजना को गति दी जाएगी। इससे गोसेवा का उद्देश्य आगे बढ़ेगा।
धर्म जागरण
घर वापसी के कार्यों को आगे बढ़ाया जाएगा। बीते कुछ वर्ष में दबाव अथवा लोभ देकर मतांतरण करने वाले लोगों को फिर से अपने धर्म में लाने के लिए परियोजना आगे बढ़ाई जाएगी।
ग्राम विकास और नशा मुक्ति
ग्राम विकास और गांवों को नशा मुक्त करने के लिए अभियान स्तर पर कार्य किया जाएगा। एक गांव-एक गांव चिह्नित कर इसे रोल माडल बनाया जाएगा।
संघ के 100 वर्ष पुरे हो रहे है
वैसे अनेक विषयों को लेकर चर्चा हुई है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पुरे होने जा रहे है इस बात को लेकर देश भर में संघ का शताब्दी उत्सव मनाने की तैयारिया शुरू करने पर जोर दिया जा रहा है. ये शताब्दी उसव पुरे वर्ष भर चलेगा जिसमे संघ अनेक प्रकार की सामाजिक तैयारीय करना शुरू करने पर भी जोर दिया गया है .
सामाजिक स्वभिमानिक उत्थान
सामाजिक उत्थान को लेकर भी चर्चा का विषय रह है की प्रकार से देश में पुरातन और स्वाभिमान को जगाया जाये जिसमे भारतीयों का डीएनए मिलता है एस पर भी बहुत ही मजबूती से समाज को एकीकृत करने के लिए उसके पुराजत मन्बिन्दुओ को स्थापिट करना और उसके आत्म गौरव को फिर से स्थापित करना एस पर भी जोर दिया गया है |
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